जीवन, पोषण और शिक्षा हर बच्चे का अधिकार - अमित जैन केन्द्रीय विद्यालय मुरैना में अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार सप्ताह पर सेमीनार आयोजित मुरैना | 16-नवम्बर-2019 - Vidisha Times

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सोमवार, 25 नवंबर 2019

जीवन, पोषण और शिक्षा हर बच्चे का अधिकार - अमित जैन केन्द्रीय विद्यालय मुरैना में अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार सप्ताह पर सेमीनार आयोजित मुरैना | 16-नवम्बर-2019

केन्द्रीय विद्यालय मुरैना में अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार सप्ताह पर सेमीनार आयोजित
मुरैना | 
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  जीवन पोषण और शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है। इन अधिकारों के साथ बच्चों के कर्तव्य भी जुड़े हैं। जन्म से लेकर वयस्क होने तक बच्चों को इन अधिकारों और कर्तव्यों को साथ लेकर जीवन जीने की कला सीखनी चाहिए।
    बाल कल्याण समिति मुरैना के अध्यक्ष एवं भिण्ड जिले के भी प्रभारी श्री अमित जैन ने केन्द्रीय विद्यालय के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए उक्त उद्गार व्यक्त किए। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य सुधीर बाजपेयी और शिक्षकगण उपस्थित थे।
  

 इस मौके पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री अमित जैन ने बच्चों को समझाइश देते हुए कहा है कि बच्चों के मूलभूत अधिकारों के साथ कुछ कर्तव्य भी जुड़े हैं। जीवन के अधिकार के साथ जीवन को बचाए रखने का कर्तव्य जुड़ा है। कई बच्चे पबजी जैसे गेम्स और जीवन के छोटे-छोटे तनाव को न झेल पाने के कारण अपने जीवन से खिलवाड़ कर बैठते हैं जो कि नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुस्कुराने का कोई कारण नहीं होता और बच्चों को सदैव मुस्कुराहट के साथ अपने अभिभावकों, शिक्षकों और अपना हित चाहने वालों की बात मानते हुए खुशी-खुशी अपना जीवन बिताना चाहिए।
    श्री अमित जैन ने उपस्थित 5 सैकड़ा विद्यार्थियों से सीधे संवाद करते हुए उनसे विभिन्न तरह के सवाल पूछे जिनके बारे में बच्चों ने अपनी जागरुकता दर्शायी। इसके अलावा बच्चों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। उन्होंने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप जिला बाल कल्याण समिति अनाथ, बेसहारा बच्चों, शिशुओं से लेकर किशोरों तक के हितों के लिए सदैव तत्पर है। और इसके लिए मुरैना जिले में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं बच्चों को उनके अधिकारों से अवगत कराते हुए लगातार काउंसलिंग भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय विद्यालय एक ऐसी संस्था है जिसने पूरा सप्ताह बाल अधिकार और जागरुकता के लिए समर्पित किया है। यह एक सराहनीय कदम है।
    केन्द्रीय विद्यालय में इस सेमीनार के सम्बन्ध में प्राचार्य सुधीर बाजपेयी ने बताया कि 14 नवम्बर को भारत में बाल दिवस मनाया जाता है। इसके साथ ही दुनिया भर में 14 से 20 नवम्बर तक अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्य बच्चों को अपने अधिकारों के प्रति सजग करना है। साथ ही उनमें कर्तव्य और सजगता का बीज बोना भी आवश्यक है।



(9 days ago)


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