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मंगलवार, 26 नवंबर 2019

मौसम आधारित कृषि परामर्श (विशेष लेख) चना, मटर, मसूर, सरसों आदि फसलों में किसान कीट-ब्याधियों की निगरानी करते रहें निवाड़ी |

चना, मटर, मसूर, सरसों आदि फसलों में किसान कीट-ब्याधियों की निगरानी करते रहें
निवाड़ी | 26-नवम्बर-2019
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    जिले में आने वाले 5 दिनों के दौरान आसमान में आंशिक बादल छाये रहने तथा मौसम आमतौर पर शुष्क रहने की संभावना है। दिन का अधिकतम तापमान 28 डि.से. के आस-पास तथा रात के न्यूनतम तापमान 13 डि.से. के आस-पास रहने की संभावना है। हवा की औसत गति 08 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना हैं। आनेवाले 5 दिनों के दौरान औसत तापमान 20 डि.से. रहने तथा मौसम शुष्क रहने की संभावना को देखते हुए किसान सिंचित तथा समय से बोनी हेतु गेहूँ की उन्नत किस्में-जी.डब्ल्यू.-273, जी.डब्ल्यू.-322, जी.डब्ल्यू.-366, जी.डब्ल्यू.-1142, एच.डी.-2864, एच.डी.-2932, एच.आई.-8498, एच.आई.-8627 एच.आई.-8381, लोक-1, राज-3777, डब्ल्यू.एच.-147 बुबाई शुरु करें। बोने से पूर्व बीज को कवकनाशी थायरम तथा बावस्टीन से / 1.5़1.0 ग्रा. प्रति कि.ग्रा. बीज की दर से मिलाकर उपचार करें साथ ही साथ बीज को एजोटोबेक्टर व पी.एस.बी. कल्चर से उपचारित करें। अरहर की फसल में फली भेदक कीटों का प्रकोप देखा जा रहा है, अतः किसान फसल का निगरानी करें तथा पाये जाने पर इसके नियंत्रण हेतु, प्रोफेनोफास 50 ई.सी. दवा की 1.0 मि.ली. मात्रा प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। आनेवाले 5 दिनों के दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना को ध्यान में रखते हुए, जिन किसान की आलू की फसल 40 दिनों की हो गयी हो वे मिट्टी चढ़ाने का कार्य करें। बीते सप्ताह में बादल छाये रहने तथा आनेवाले 5 दिनों दौरान आसमान में आंशिक बादल छाये रहने से सैम तथा कद्दूवर्गीय सब्जियों में मांहू का प्रकोप बढ़ने की संभावना है, अतः किसान फसलों का निरीक्षण करें तथा मांहू का प्रकोप पाये जाने पर, बचाव हेतु मिथाइल डेमेटाँन 25 ई.सी. दवा 2 मि.ली. मात्रा 1 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें तथा दवा छिड़काव करने के बाद सात दिन तक सब्जी न तोडें। किसान भाई प्याज एवं लहसुन की निदाई एवं गुड़ाई अवश्य करते रहें नहीं तो गांठें छोटी पड़ जायेंगी।दूध देने वाले पशुओं को हरे चारे के अलावा आहार में खनिज लवण अवश्य मिलायें। साथ ही साथ उन्हें संतुलित आहार व ताजा पानी पिलायें। पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए किसान भाई, उनके आहार में 50 ग्राम आयोडीनयुक्त नमक तथा 50-100 ग्राम खनिज मिश्रण रोज देवें।





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