शासकीय माध्यमिक शाला देवरी पटपरा की बाल कैबिनेट शाला की स्वच्छता के लिये पारित करती है प्रस्ताव (खुशियों की दास्ताँ) शाला की सफाई स्वयं कर मिशाल बन रहे प्रधानाचार्य और विद्यार्थी जबलपुर | - Vidisha Times

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मंगलवार, 26 नवंबर 2019

शासकीय माध्यमिक शाला देवरी पटपरा की बाल कैबिनेट शाला की स्वच्छता के लिये पारित करती है प्रस्ताव (खुशियों की दास्ताँ) शाला की सफाई स्वयं कर मिशाल बन रहे प्रधानाचार्य और विद्यार्थी जबलपुर |

शाला की सफाई स्वयं कर मिशाल बन रहे प्रधानाचार्य और विद्यार्थी
जबलपुर | 26-नवम्बर-2019
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    मेरी शाला-मेरी जिम्मेदारी कार्यक्रम की अवधारणा के अंतर्गत जिले की जनपद पंचायत जबलपुर के ग्राम देवरी पटपरा के शासकीय प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने अपनी शाला को स्वच्छता और अध्यापन-अध्ययन में उत्कृष्ट बनाने का संकल्प ले रखा है।
    इसी संकल्प के अनुरूप शाला के प्रधानाचार्य प्रेमदास बैरागी शाला प्रारंभ होने के समय प्रात: 10.30 बजे से 45 मिनिट पहले शाला पहुंच जाते हैं और स्वयं शौचालय साफ करते हैं। वे अवकाश के दिनों में भी शाला आकर अपने साफ-सफाई के संकल्प को पूरा करते हैं।  श्री बैरागी विद्यालय के उद्यान में भी कार्य करते हैं।
    शाला के प्रधानाचार्य की समर्पित सेवाओं का असर शिक्षक और विद्यार्थी पर भी हुआ है। वे शाला परिसर की साफ-सफाई के लिये स्वप्रेरणा से आगे आयें। कक्षा एक से कक्षा 8वीं तक पढ़ने वाले करीब 145 विद्यार्थियों ने शाला की व्यवस्थाओं में योगदान देने के लिये बाल कैबिनेट गठित कर रखी है।  इस कैबिनेट के प्रधानमंत्री कक्षा 8वीं के छात्र संतोष लोधी हैं।  कैबिनेट की स्वच्छता मंत्री कक्षा 6वीं की छात्रा निर्जला गौंड है।  इस बाल कैबिनेट में शिक्षा, जल, स्वास्थ्य, खेल एवं संस्कृति, पर्यावरण और सूचना एवं प्रसारण मंत्री भी हैं।  जल एवं स्वच्छता मंत्री छात्रा सुश्री गौड़ ने बताया कि शाला को स्वच्छ रखने के लिये विद्यार्थियों के छ:ह समूह हर माह गठित होते हैं।  इन्हें शाला परिसर के अलग-अलग हिस्से की स्वच्छता की जिम्मेदारी सौंपी जाती है।  शिक्षक भी सहयोग करते हैं।
    प्रधानाचार्य श्री बैरागी कहते हैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था भगवान की पूजा के पहले स्वच्छता की पूजा होनी चाहिए।  अत: इसी प्रेरणा से विद्यार्थियों को प्रेरित कर पहले शाला की स्वच्छता फिर पढ़ाई पर ध्यान दिया जाता है।  उन्होंने बताया जब विद्यार्थियों ने शाला के स्वच्छता कार्य से स्वयं को जोड़ा तो उनमें मेरी शाला की भावना जाग्रत हुई और उन्होंने स्वच्छता और पढ़ाई को मेरी जिम्मेदारी स्वीकार कर लिया।
    शाला की स्वच्छता मंत्री बनी निर्जला गौड़ ने बताया कि बाल कैबिनेट के अंतर्गत शाला की व्यवस्था के लिये विभागों का गठन किया गया है और व्यवस्था संबंधी प्रस्ताव पारित कर उन्हें अमल में लाया जाता है। इसी तरह शाला की स्वच्छता और पर्यावरण को बेहतर बनाने का प्रस्ताव बाल कैबिनेट में पारित किया गया। पॉलीथिन, प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का संकल्प भी बाल कैबिनेट द्वारा लिया गया।  जिसे सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों के सहयोग से अमल में लाया जा रहा है। मेरी शाला-मेरी जिम्मेदारी की भावना और संकल्प का पूरा क्रियान्वयन इस शाला में देखने को मिल रहा है। प्रधानाचार्य ने संभागायुक्त राजेश बहुगुणा की शाला को स्वयं साफ रखने की प्रेरणा को बहुत महत्वपूर्ण और महात्मा गांधी के सिद्धांतों के अनुरूप कहा।



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