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गुरुवार, 28 नवंबर 2019

टेलीविजन इंडस्ट्री से बनते रोजगार और पहचान के रास्ते (खुशियों की दास्ताँ)

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भोपाल | 28-नवम्बर-2019
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         मध्यप्रदेश शासन प्रदेश के हर क्षेत्र के युवाओं को उनकी पसंद का रोजगार मुहैया कराने के लिए संभावना वाले उद्योगों को मध्यप्रदेश में लाने का हर संभव प्रयास कर रहा है। राज्य सरकार का ऐसे क्षेत्रों पर भी फोकस है जो राज्य के युवाओं को सम्मान जनक रोजगार के साथ कलाकारों को पहचान के साथ ही मध्यप्रदेश का नाम रोशन हो।
        यह कहानी है बुधवार को भेल भोपाल में शुरू हुए 260 एपीसोड के धारावाहिक “एक दूजे के वास्ते'' से मध्यप्रदेश में शुरू होने वाली टेलीविजन इंडस्ट्री के पहले कदम के रूप में। भोपाल सहित मध्यप्रदेश के प्राय: तमाम अंचलों में कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी हैं, लेकिन प्रदेश की पहचान सिर्फ लोकेशन तक ही सीमित थी। सरकार ने अब तय किया है कि इतिहास–पर्यटन-मनोहारी स्थलों, पुरातात्विक महत्व की ढेरों खूबियों वाले मध्यप्रदेश में टेलीविजन इंडस्ट्री फले-फूले और तमाम विधाओं में पारंगत प्रदेश के युवाओं को रोजगार के साथ उन्हें अपनी पहचान भी मिले।
    पर्यटन मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने बताया कि प्रदेश में फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये सरकार द्वारा निर्माताओं और निर्देशकों को आमंत्रित किया जा रहा है। उन्हें मध्यप्रदेश में शूटिंग के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में 3 अन्तर्राष्ट्रीय फिल्में, 10 राष्ट्रीय फिल्में, वेब सीरीज और धारावाहिक प्रोजेक्ट संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्रीज के प्रदेश में आने से रोजगार और निवेश की व्यापक संभावनाएं निर्मित होंगी। पर्यटन मंत्री श्री बघेल ने बताया कि प्रदेश सरकार फिल्म पर्यटन नीति बना रही है, जिसे शीघ्र लागू किया जाएगा।
    सरकार के वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि फिल्म की शूटिंग आदि कुछ दिनों और कुछ माह का ही रोजगार देते हैं जबकि 26 से लेकर 360 कड़ियों में बनने वाले धारावाहिक स्थायी रोजगार तो देते ही हैं, प्रदेश में परिसम्पत्तियों का विकास और स्थायी निर्माण भी करती है।




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