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बुधवार, 11 दिसंबर 2019

पोंटा साहेब के लिये रवाना होगी 15 दिसम्बर को तीर्थ यात्रा इंदौर के 100 तीर्थ यात्री होंगे शामिल

इन्दौर | 11-दिसम्बर-2019
 



 

 

 


   


    राज्य शासन द्वारा क्रियान्वित मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा 15 दिसम्बर को पोंटा साहब के लिये तीर्थ यात्रा भोपाल से रवाना की जा रही है। इसमें इंदौर जिले के 100 तीर्थ यात्री शामिल होंगे। यात्रा 18 दिसम्बर को वापस आयेगी। इन यात्रियों को राज्य शासन के खर्च पर नि:शुल्क यात्रा करायी जायेगी।
      यात्रा के लिये आवेदन नगर निगम क्षेत्र में झोनल कार्यालयों, जनपद पंचायत और नगर पंचायत क्षेत्र में किये जा सकते हैं। इस योजना में प्रदेश के वरिष्ठ नागरिको जिनकी आयु 60 वर्ष पूर्ण हो चुकी है, देश के चिन्हित तीर्थ स्थलों में से किसी एक तीर्थ स्थल की नि: शुल्क यात्रा कराई जाती है। यात्रियों को विशेष रेल से यात्रा, खाने की सामग्री, रुकने की व्यवस्था, जहाँ आवश्यक हो बस से यात्रा, गाइड व अन्य सुविधाएँ मध्यप्रदेश शासन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग से अनुबंधित इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा उपलब्ध करायी जाती है।
      योजना के अंतर्गत आवेदन के लिये वरिष्ठजन को मध्यप्रदेश का मूल निवासी,आयकर दाता नहीं होना, तथा न्युनतम आयु 60 वर्ष की आयु होना जरूरी है। इसी तरह  महिलाओ के मामले में 2 वर्ष की छुट अर्थात 58 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुकी होना चाहिये। ऐसे दिव्यांग नागरिक जिनकी विकलांगता 60 प्रतिशत से अधिक हो, आयु का बंधन नहीं है। यदि पति और पत्नी साथ यात्रा करना चाहते है तो पति/पत्नी में से किसी एक को पात्रता होने पर जीवन साथी भी यात्रा पर जा सकता है, भले ही उसकी आयु 60 वर्ष से कम हो, तीर्थ यात्रा हेतु समूह बनाकर आवेदन किया जा सकता है, समूह का मुखिया मुख्य आवेदक होगा। ऐसा समूह 25 व्यक्तियों से अधिक का नही होगा। नवीनतम प्रावधान अनुसार पूर्व में यात्रा किये पांच वर्ष की अवधि पूर्ण होने के उपरांत पुनः यात्रा के लिए पात्र होंगे, साथ ही वर्तमान के तीर्थ स्थलों के समीप के तीर्थो की यात्रा का प्रावधान किया गया है। यात्रा हेतु शारीरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम हो और किसी संक्रामक रोग जैसे टी.बी., कोंजेष्टिव, कार्डियाक, श्वास में अवरोध सम्बन्धी बीमारी, कोरोनरी अपर्याप्तता, कोरोनरी थ्रोम्बोसिस, मानसिक व्याधि, संक्रमण, कुष्ठ रोग आदि से ग्रसित न हो।





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