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शुक्रवार, 10 जनवरी 2020

प्रदेश की स्कूली शिक्षा को पहले पायदान पर लाने काम कर रही है प्रदेश सरकार- स्कूल शिक्षा मंत्री

उमरिया | 10-जनवरी-2020
 



 

        जिला मुख्यालय स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में 15 लाख रूपए की लागत से निर्मित हॉल का स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्रदेश की स्कूली शिक्षा, देश में पहले स्थान पर रहे। इसके लिए प्रदेश में स्कूली शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेकर उनका तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है। साथ ही स्कूलों में सभी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
    उन्होंने कहा कि प्रदेश के साथ-साथ जिले के स्कूलों में भी शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। गैरतगंज में एक करोड़ रूपए की लागत से शासकीय कन्या विद्यालय भवन का निर्माण किया जा रहा है तथा देहगांव स्कूल को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। शासकीय विद्यालय सांची को उत्कृष्ट विद्यालय बनाया गया है। उन्होंने बताया कि सांची विद्यालय में बाउन्ड्रीबाल सहित अन्य सुविधाओं के लिए सात लाख रूपए पहले स्वीकृत किए गए हैं तथा तीन दिवस पूर्व ही पांच लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। इसके अतिरिक्त शासकीय स्कूल सलामतपुर के लिए भी 12 लाख रूपए, दीवानगंज हायर सेकेण्डरी स्कूल के लिए 15 लाख रूपए तथा बेगमगंज उत्कृष्ट विद्यालय के लिए 10 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। जिले के अन्य शासकीय स्कूलों के लिए भी राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने बताया कि रायसेन नगर में सड़क मार्ग के चौड़ीकरण के लिए लगभग 50 करोड़ रूपए की राशि के प्रस्ताव बनाए गए हैं जिसमें से 33 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत हो गई है।
    स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि बच्चों को स्कूलों में बेहतर से बेहतर शिक्षा मिले ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो। बच्चे जब आगे बढ़ेंगे तो माता-पिता और शिक्षकों का गौरव बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए दक्षिण कोरिया की संस्था टैग हाइव के सहयोग से रायसेन जिले के सात स्कूलों तथा भोपाल के पांच स्कूलों में ‘‘कक्षा साथी परियोजना‘‘ शुरू की गई है। इसी प्रकार देश-प्रदेश के इतिहास में पहली बार 35 हजार से अधिक शिक्षकों का ऑनलाईन ट्रांसफर किया गया है।
    उन्होंने कहा कि माता-पिता, अभिभावकों को स्कूलों से जोड़ने के लिए प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों में पेरेंट्स-टीचर मीटिंग आयोजित की गई हैं। प्राचार्यो को दक्षिण कोरिया, दिल्ली तथा बेंगलोर भेजा गया, जहां उन्होंने शिक्षा प्रणाली का अध्ययन किया। बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक भी दक्ष हों, इसलिए उनकी भी परीक्षा आयोजित की गई। हम बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए शिक्षकों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रारंभ से ही बेहतर शिक्षा मिले, इसके लिए कक्षा पांचवी तथा आठवीं को पुनः बोर्ड परीक्षा बनाया गया है।
    कार्यक्रम के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने पण्डित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ द्वारा आयोजित युवा संसद की कार्यवाही को भी देखा। स्कूल शिक्षा मंत्री ने युवा संसद की कार्यवाही में शामिल सभी छात्रों को तथा गीत प्रस्तुत करने वाली सभी छात्राओं को दो-दो हजार रूपए स्वेच्छानुदान से देने की घोषणा की। इसके साथ ही उत्कृष्ट विद्यालय की कक्षों के उन्नयन के लिए सांची जनपद अध्यक्ष श्री एस मुनियन द्वारा 25 हजार रूपए, श्री बृजेश चतुर्वेदी द्वारा पांच हजार एक सौ रूपए, श्री हकीम उद्दीन द्वारा 25 हजार रूपए तथा श्री राकेश शर्मा द्वारा 11 हजार रूपए देने की घोषणा की। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य श्री आनंद शर्मा ने उत्कृष्ट विद्यालय की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर एसडीएम श्रीमती मिशा सिंह, श्री वीर सिंह पटेल, एडवोकेट श्री ओपी सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री आलोक खरे, डीपीसी श्री विजय नेमा भी उपस्थित थे। 



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