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गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020

स्वास्थ्य तथा महिला बाल विकास आपसी समन्वय बनाकर काम करें-कलेक्टर दोनों विभाग प्रत्येक सप्ताह बैठक आयोजित कर जानकारियों का आदान-प्रदान करें-कलेक्टर

पन्ना | 27-फरवरी-2020
 



 

 

 




    कुपोषण को रोकने तथा महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने कहा कि आप दोनों विभागों की महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य से जुडी योजनाएं एक साथ चलती हैं। इसलिए दोनों विभागों को आपसी समन्वय बनाकर काम करना चाहिए। जिससे शत प्रतिशत युवतियों, किशोरी बालिकाओं एवं बच्चों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके। आगामी आने वाले समय में 8 मार्च से 22 मार्च तक महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित किए जाने वाले पोषण पखवाडा के संबंध में चर्चा की गयी। इस पखवाडे के दौरान विभिन्न विभागों की गतिविधियों के संबंध में चर्चा की गयी। कलेक्टर श्री शर्मा ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि पखवाडा आयोजन से संबंधी तैयारियां अभी से कर ली जाएं।
    बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए गए कि सभी पेयजल स्त्रोतों का परीक्षण किया जाए। जिन पेयजल स्त्रोतों का पानी दूषित हो गया हो उन्हें लाल रंग का निशान लगाया जाए। प्रत्येक स्कूल में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग इस पखवाडे के दौरान अपनी गतिविधियां जारी रखें। बैठक में कुपोषित बच्चों के संबंध में चर्चा की गयी। विकासखण्डवार जानकारी देते हुए बताया गया कि गुनौर विकासखण्ड में 3299 बच्चे कुपोषित पाए गए थे जिन्हें गोद दिलाया गया। इसमें 2356 बच्चों का श्रेणी परिवर्तन हुआ है। इसी प्रकार पवई में 2980 बच्चे चिन्हित किए गए। इनमें 2878 बच्चों को गोद दिलाया गया। इनमें 1354 बच्चों का श्रेणी परिवर्तन हो गया है। अजयगढ में 3669 बच्चे कुपोषित पाए गए सभी को गोद दिलाया गया इनमें 1865 बच्चों का श्रेणी परिवर्तन हुआ है। पन्ना ग्रामीण परियोजना क्षेत्र में 4199 कुपोषित बच्चों की पहचान की गयी। इनमें 4013 बच्चों को गोद दिलाया गया। अब तक 1707 बच्चें का श्रेणी परिवर्तन हो चुका है। पन्ना शहरी परियोजना में 695 कुपोषित बच्चों की पहचान की गयी सभी को गोद दिलाया गया। इनमें 491 बच्चों का श्रेणी परिवर्तन हो चुका है। शाहनगर विकासखण्ड में 3396 कुपोषित बच्चे पाए गए। इनमें 3386 बच्चों को गोद दिलाया गया। 1734 बच्चों का श्रेणी परिवर्तन हो चुका है।
    बैठक में कलेक्टर श्री शर्मा ने स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास के सुपरवाईजरों को संयुक्त रूप से भ्रमण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता समय-समय पर गृहभेट कर सभी को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें एवं आवश्यकतानुसार उपचार मुहैया कराएं। सम्पन्न हुई बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रविराज सिंह यादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल.के. तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री उदल सिंह के साथ संबंधित अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।




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