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सोमवार, 28 सितंबर 2020

अशोकनगर के त्रिदिवसीय आनंदक परिचय कार्यक्रम में आनंदको ने समझा आनन्द का महत्व

अशोकनगर | 28-सितम्बर-2020
 



   अशोकनगर में जिला स्तरीय निःशुल्क  आनंदक परिचय सम्मेलन का त्रि दिवसीय आयोजन मोबाईल एप के जरिए ऑनलाइन सम्पन्न हुआ।
शुभारंभ दिवस को सत्र का प्रारंभ दोपहर 3:30 बजे से श्रीमती रश्मि रघुवंशी द्वारा सहभागी आनन्दको से परिचय प्राप्त करते हुए कु. अंजु खरे उर्फ़ जान्हवी द्वारा समर्पित प्रार्थना से हुआ। इसी अवसर पर राज्य आनंद संस्थान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अखिलेश अर्गल द्वारा अपने उदबोधन में संस्थान के परिचय और गतिविधियों को विस्तार से रखा तथा समाज हित में किए जा रहे कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार कर रहे स्वयं सेवियों को प्रेरित करते हुये कहा कि आज व्यक्ति में जो तनाव और अशांति तीव्रता बढ़ रही है वह उसे स्वंय से मिलकर आत्मपोषणं हेतु शान्त समय लेकर आनंद के अपरिमित स्रोत से जोड़ सकता है। समन्वयक ई. ए. के. शर्मा द्वारा आनन्दम  विभाग की आनंदम गतिविधियों की जानकारी दी गई।अल्पविराम,शान्त समय एवं आत्मपोषणं परिचय सुधीर आचार्य ने दिया। आनन्दम सहयोगी विजय उपमन्यु ने सभी प्रतिभागियों को आनन्द की ओर ले जाते हुये सभी के बीच शेयरिंग सत्र लिया। श्रीमती दीप्ति उपाध्याय द्वारा लाइफ बेलेन्स शीट के बारे बताते हुए स्वयं से जुड़ने हेतु शान्त समय लेकर आत्मपोषणं प्रश्न दिए और अपने अनुभवों को भी व्यक्त किया। प्रथम दिवस में आनन्दम सहयोगी विजय उपमन्यु के प्रेरणा गीय से कार्यक्रम का समापन हुआ।
दूसरे दिवस में सहभागियों से आत्मपोषणं के प्रश्नों पर शान्त समय के चिन्तन की शेयरिंग आनन्दम सहयोगी विजय उपमन्यु जी ने जानी और श्रीमती आराधना जैन द्वारा प्रार्थना समर्पित की गई।  बलवीर बुन्देला द्वारा सी. सी. डी. विषय सत्र लिया गया जिसमें बालकृष्ण शर्मा एवं मनोज सरवैया ने अपनी शेयरिंग दी तथा सुधीर आचार्य द्वारा फ्रीडम गिलास सत्र लिया गया।
समापन दिवस को सत्र के प्रारम्भ में आत्मपोषणं में लिये गये शान्त समय के प्रश्नों के चिन्तन पर शेयरिंग सतीश दुबे द्वारा प्रतिभागियों से ली गयी। कल्पना तिवारी ने प्रार्थना समर्पित की और इसी अवसर पर  राज्य आनंद संस्थान के निदेशक इन्दर पाल सिंह ने अपने उदबोधन मे आनन्दम के प्रसारक कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया औऱ जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम आनंद क्लब का भी गठन कर सकते हैं जिसके माध्यम से हम समाज में  शांति और आनंद के बीज बो सकते हैं और स्वयं आनंदित रहकर दूसरों को भी आनंद प्रदान कर सकते हैं। मास्टर ट्रेनर श्रीमती दीप्ति उपाध्याय द्वारा हमारे रिश्ते विषय सत्र लिया गया। जिसमे कमल कुशवाहा,असलम बेग मिर्जा एवं अरुण जैन ने की भी शेयरिंग रही। जिला अशोकनगर में राज्य आनन्द संस्थान की ओर से नोडल अधिकारी सुरेश जादव ने आनन्द की अन्य गतिविधियों को जिला एवं तहसील स्तर पर आयोजित करने एवं नेकी की दीवारों के संचालन की बात रखी औऱ अपेक्षित सहयोग का आश्वासन भी दिया। समन्वयक ई. ए. के. शर्मा और जिला सम्पर्क व्यक्ति बलवीर बुन्देला ने जिले में आनन्दम की विभिन्न गतिविधियों के नियोजन और विस्तार पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। आनन्दम सहयोगी विजय उपमन्यु द्वारा रिश्तों के जीवन में मूल्यों पर आधारित प्रेरणा का समापन गीत प्रस्तुत किया गया। समापन सत्र का समापन बलवीर बुन्देला द्वारा आभार  प्रदर्शन के साथ किया गया।
सक्रिय रूप से जिला संपर्क व्यक्ति बलवीर बुन्देला, मास्टर ट्रेनर सतीश दुबे, अभय जैन, राजा खान,आनंदम सहयोगी विजय उपमन्यु, अरुण जैन, नीरज शर्मा, कमल कुशवाहा,  असलम बेग मिर्जा, श्रीमती रश्मि रघुवंशी, संतोष शर्मा, सोनाली सोनी, रेखा नामदेव, सीमा गुप्ता, जानकी कन्नौजी,लखन लाल शर्मा आनंदक सहित 40 लोगों की सहभागिता रही।



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