
मप्रडे आजीविका ग्रामीण मिशन के माध्यम से श्योपुर जिले में गठित किए गए स्वसहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही है। जिसके अंतर्गत बिस्मिल्लाह स्वसहायता समूह ने ग्राम पांडोला की मोबिना को तरक्की की रहा दिखाई है। उनसे सिख लेकर अन्य समूह भी अपनी पहचान बनाने में आगे बढ रहे है।
कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में मप्रडे आजीविका ग्रामीण मिशन के माध्यम से आर्थिक एवं सामाजिक रूप से महिलाएं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हो रही है। जिसमें जिले के ग्राम पांडोला निवासी मोबिना आयु 42 वर्ष 17 हजार से 20 हजार रूपये तक मासिक आय प्राप्त कर रही है।

बडौदा तहसील के ग्राम पांडोला की निवासी मोबिना स्वयं बीडी बनाती थी और उनके पति मजदूरी करने जाते थे। जिसमें तीन से चार हजार रूपये की आय प्राप्त होती थी। इस आमदनी से घर का खर्चा और कारोबार चलाने मे कठिनाई आ रही थी। जब उनके गांव में ग्रामीण आजीविका मिशन के मैदानी कर्मचारी पहुंचे। तब उन्होने अपनी हकिकत से उनको अवगत कराया। मिशन के कर्मचारियों की प्रेरणा से उनके द्वारा ग्राम पांडोला में बिस्मिल्लाह स्वसहायता समूह का गठन किया। बिस्मिल्लाह स्वसहायता समूह से जुडी हितग्राही समूह की अध्यक्ष मोबिना ने अपने समूह में कमरूनिषा, सलमा, गुड्डी, रिजवान, मेहरून, बिलकिस, फातमा, आयना, समीम को जोडा गया।
जिले की तहसील बडौदा के ग्राम पांडोला की मोबिना द्वारा 04 बार में कुल 01 लाख 60 हजार रूपये अपने डीजे, डीजल मोटर पंप, कृषि कार्य के लिए ऋण के रूप में मप्र ग्रामीण बैंक शाखा बडौदा से प्राप्त किया। इस व्यवसाय से उनकी मासिक आय 17 से 20 हजार रूपये तक पहुंच गई। साथ ही उनके द्वारा नियमित रूप से बैंक ऋण चुकाने की कार्यवाही तीन वर्ष के दौरान की गई। साथ ही डीजे सेड शादी, पार्टी के लिए, डीजल पंप निजी भूमि में सिचांई के लिए कार्य करने के लिए उपयोगी साबित हुआ। जिससे उनकी प्रतिमाह की आय में इजाफा होने लगा। उनके समूह को पूरे गावं में सम्मान मिलने लगा। अब वह मजदूर से मालिक बनने में कामयाब हो गई है। उनके द्वारा मंसूरी के आईएएस टेªनिंग सेंटर में आजीविका समूह के सबंध में प्रशिक्षण भी दिया। यह प्रशिक्षण उनके लिए सुनहरे सपने से कम नही था।
बडौदा तहसील के ग्राम पांडोला की निवासी मोबिना ने बताया कि बिस्मिल्लाह स्वसहायता समूह पांडोला मेरी आय बढाने में सहायक बन रहा है। साथ ही समूह से जुडी सदस्य कमरूनिषा रेडिमेट, सलमा किराना स्टोर, गुड्डी सटरिंग, रिजवान कृषि, बकरी पालन, मेहरून सिलाई की दुकान, बिलकिस बकरी पालन, फातमा बीडी व्यवसाय, आयना कृषि, बकरीपालन एवं समीम रेडिमेट कपडा दुकान के व्यवसाय को आगे बढा रही है। साथ ही समूह की 09 महिलाएं तरक्की की राह पकड रही है।
श्योपुर जिले के ग्राम पांडोला की निवासी मोबिना ने बताया कि 10 महिलाओ सहित गठित किया गया बिस्मिल्लाह समूह द्वारा हमें आर्थिक तरक्की की राह दिखा रहा है। इस समूह के माध्यम से डीजे का उपयोग शादी-विवाह और डीजल मोटर पंप का उपयोग कृषि कार्य में करने से 17 से 20 हजार रूपये की आमदनी प्रतिमाह प्राप्त हो रही है। इस आमदनी में से बैंक की किश्त चुकाने के उपरांत अपने बच्चो की पढाई आसानी से करने में भी सक्षम बन रही हूॅ। यह सब करिश्मा मप्र के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं जिला प्रशासन तथा मप्रडे आजीविका ग्रामीण मिशन के कारण परिलक्षित हुआ है।
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