
भोपाल संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने शुक्रवार को विदिशा जिले के उप स्वास्थ्य केन्द्रों का भ्रमण कर जायजा लिया है। भ्रमण के दौरान कलेक्टर डॉ पंकज जैन, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नीतू माथुर, अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार के अलावा अन्य अधिकारी साथ मौजूद रहें।
संभागायुक्त श्री कियावत ने ग्यारसपुर, बासौदा, नटेरन विकासखण्ड के क्रमशः मोहानाखेजडा, गुलाबगंज, अंडियाकला, गमाखर, गंज, मसूदपुर, ताजखजूरी के उप स्वास्थ्य केन्द्र (आरोग्य) केन्द्रों का भ्रमण कर बुनियादी सुविधाओं की आपूर्ति के प्रबंधो के साथ-साथ पदस्थ डाक्टर, सीएचओ तथा एएनएम, के कार्यो का जायजा लिया है।
संभागायुक्त श्री कियावत ने भ्रमण के दौरान संबंधितों को स्पष्ट निर्देश दिए है कि अब चौबीस घंटे उप स्वास्थ्य केन्द्र क्रियाशील रहेगे इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं निर्धारित मापदण्डो के अनुरूप मुहैया कराई जाएगी।
संभागायुक्त श्री कियावत ने प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ स्वास्थ्य अमले को सख्त हिदायत दी है कि उप स्वास्थ्य केन्द्र के निर्धारित कक्ष में ही अपना निवास बनाएं। कही अपडाउन करते है तो दो दिवस के भीतर स्वास्थ्य केन्द्र के कक्ष में ही अपने निर्धारित निवास में रहना सुनिश्चित करें।
संभागायुक्त श्री कियावत ने उप स्वास्थ्य केन्द्रों में पदस्थ स्वास्थ्य अमले से संवाद स्थापित कर उनके कार्यो के सम्पादन की प्रक्रिया को जाना। इस दौरान सामान्य चर्चा के दौरान उन्होंने सुरक्षित प्रसव कराने के लिए क्या-क्या बुनियादी अवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित कराई जाए के संबंध में सुझाव जाने है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की मौजूदगी में एएनएम ही सुरक्षित प्रसव कराएं इसके लिए आवश्यकता के अनुसार सभी को निर्धारित शेड्यूल अनुसार पुनः प्रशिक्षित किया जाएगा।
संभागायुक्त श्री कियावत ने अंडियाकला के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के पीछे के हिस्से में गार्डन तैयार कराने तथा गमाखर में पेयजल एवं बिजली आर्पूर्त के संबंध में निर्देश दिए है। संभागायुक्त ने ग्राम ताजखजूरी में पदस्थ स्वास्थ्य अमले के निवास स्थल की पुष्टि ग्रामीणजनों से की। यहा उन्होंने सरपंच को एएनएम के रहने हेतु आवास के प्रबंध कराने तथा कोटवार को सतत निगरानी और सुरक्षा का जिम्मा सौंपा है।
संभागायुक्त श्री कियावत ने जिन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो का भ्रमण किया उन सभी में शासन के मापदण्डानुसार उपलब्ध कराई जाने वाली 79 प्रकार की दवाईयों के भण्डारण स्टॉक के संबंध में जानकारी प्राप्त की है। साथ ही मांग पत्र किस प्रकार प्रेषित करते है कि प्रक्रिया को जाना है।
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