मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक आपदा के प्रकरणों की समीक्षा कर दिए निर्देश बक्स्वाहा तहसीलदार सेवा से बखास्त होंगे,पूर्व के कलेक्टर एवं एसडीएम को नोटिस जारी करें, संभागायुक्त प्रकरण की जांच कर पालन प्रतिवेदन दें, मृतक के परिजनों को सहायता राशि नहीं देने का मामला - Vidisha Times

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बुधवार, 9 दिसंबर 2020

मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक आपदा के प्रकरणों की समीक्षा कर दिए निर्देश बक्स्वाहा तहसीलदार सेवा से बखास्त होंगे,पूर्व के कलेक्टर एवं एसडीएम को नोटिस जारी करें, संभागायुक्त प्रकरण की जांच कर पालन प्रतिवेदन दें, मृतक के परिजनों को सहायता राशि नहीं देने का मामला

छतरपुर |


 

    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को समाधान आनलाइन कार्यक्रम की जिलेवार प्राप्त शिकायतों और उनके हितग्राहियों से रूबरू चर्चा करते हुए सही स्थिति का आंकलन किया। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने छतरपुर जिले की तहसील बक्स्वाहा के अवधेश यादव से सीधे बातचीत करते हुए सीएम आनलाइन में भेजी गई शिकायत एवं उसके निराकरण का स्व-संज्ञान लिया। शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि उसके भतीजे की मृत्यु 2018 जनवरी में पानी की टंकी में डूबने से हुई थी। जिसके लिए उसे सहायता राशि अप्राप्त रही, जिस कारण से उसने समाधान आनलाइन कार्यक्रम में शिकायत दर्ज कराई।
    कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि तत्त समय में स्वीकृत प्रकरण भुगतान के लिए कोषालय में भेजा गया जहां देयक फेल होने से लंबित रहा और जिसकी तात्कालीन अधिकारी द्वारा समीक्षा नहीं की गई और शिकायत के समाधान के लिए ध्यान भी नहीं दिया गया। इस प्रकरण में समुचित ध्यान नहीं दिए जाने से मृतक के परिजन को सहायता राशि नहीं दी जा सकी। इस प्रकरण में तहसीलदार द्वारा गंभीर लापरवाही बरती की गई। यही नहीं उनके लिपिक करन सिंह अहिरवार द्वारा भी लापरवाही की गई। संबंधित तहसीलदार को सागर संभागायुक्त द्वारा निलंबित किया गया है। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री को जानकारी में बताया कि तहसीलदार का आचरण एवं कृत्य सेवा से बर्खास्त करने लायक है और इस संबंध में सभी तथ्य एवं कारण भी उपलब्ध हैं।
    सीएम ने कलेक्टर से जानकारी मिलने पर दो टूक शब्दों में कहा कि विपदा एवं आपदा सहित प्राकृतिक घटित घटना की स्थिति में संबंधित द्वारा दायित्व निर्वहन नहीं करना और पीड़ित पक्ष को सहायता राशि वितरित करने में घोर लापरवाही बरतना सहन करने लायक नहीं है। उन्होंने संभागायुक्त को छतरपुर जिले में विशेष रूप से जाकर इस प्रकरण सहित लंबित सम्पूर्ण राजस्व प्रकरणों की गहन समीक्षा करने तथा अगले 7 दिवस में जांच का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
    मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि तात्कालीन एसडीएम एवं कलेक्टर को भी कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए वस्तु स्थिति का स्पष्टीकरण प्राप्त करें। इस प्रकरण में जिस-जिस स्तर से भी लापरवाही बरती गई है की जांच करते हुए दोषी के खिलाफ सख्त कार्यवाही कराएं।
    समाधान आनलाइन की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि किसी भी आवेदन का फोर्स क्लोस्ड किसी भी स्थिति में नहीं करें। सभी प्रकरणों का जिला स्तर पर गहन परीक्षण किया जाए और उसके उपरांत ही नहीं हो सकने वाले प्रकरणों का खात्मा किया जाए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि समाधान आॅनलाइन का मुख्य उद्देश्य है कि प्राप्त शिकायतों का पत्परता से संतुष्टिपूर्ण समाधान करें और प्राप्त आवेदनों को संजीदगी एवं गंभीरता से लें।
    उन्होंने कहा कि वह अब हर माह नियमित रूप से समाधान आनलाइन समीक्षा करेंगे और स्वयं निगाह रखेंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अधिकारीगण पूरी सतर्कता से कार्य करें अन्यथा दण्डित होने के लिए तैयार रहें। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभागों के अधिकारियों को प्रशस्ति पर देने का निर्णय लिया गया। सीएम ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले संबंधित जिलों के अधिकारियों से मोबाइल पर बात करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन सतत जारी रखें। इसी तरह उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभागों को बधाई दी तथा जो ग्रेडिंग हासिल करने में पिछड़ गए हैं उन्हें सुधार लाने के निर्देश दिए।    

 



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