प्रदेश में आनंद की गतिविधियों में छतरपुर जिले की विशिष्ट पहचान कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों के अनुभव साझा किए गए, ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन - Vidisha Times

Breaking

Home Top Ad

Responsive Ads Here

रविवार, 13 जून 2021

प्रदेश में आनंद की गतिविधियों में छतरपुर जिले की विशिष्ट पहचान कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों के अनुभव साझा किए गए, ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन

 

छतरपुर | 
 
     प्रदेश में आनंद की विभागीय गतिविधियों में छतरपुर जिले की विशिष्ट पहचान बनी है। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने शनिवार को  छतरपुर एवं दमोह जिले कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों के अलावा चिकित्सकों तथा समाजसेवियों के लिए आयोजित तीन दिवसीय ऑनलाइन आंनद शिविर के पहले दिवस के सत्र को सम्बांेधित करते हुए उक्त रोजगार व्यक्त किए। उन्होंने कहा है कि जब प्रसन्नचित होकर स्वस्थ मन से काम करेंगे तो खुद के साथ-साथ के जिले का भी विकास होगा।
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने कहा कि छतरपुर जिले के लोग अच्छे विचारक हैं,उनमें इच्छाशक्ति है तथा मानव जीवन के लिए बहुत कुछ करने का समर्पण भाव एवं जज्बा है।
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण से लोगों की सेवा करने का अवसर मिला। छतरपुर जिले में कोरोना आपदा में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ ने बहुत अधिक मेहनत की है। जिस कारण कोरोना पर हम नियंत्रण पा सके हैं, उन्होंने कहा कि जनता यह नहीं करती, वह नहीं करती ऐसा ना सोच कर हमें खुद आगे आकर काम करना होता है। हमेशा शुरुआत एक से ही होती है फिर लोगों का समर्थन जुटने लगता है। इस कार्यक्रम में राज्य आनंद संस्थान के सीईओ अखिलेश अर्गल सत्य प्रकाश आर्य, डॉ एमपीएन खरे, डॉ. कपिल खुराना भी उपस्थित थे।
   छतरपुर एवं दमोह जिले के कोरोना से ठीक हुए नागरिकों चिकित्सकों तथा समाजसेवियों के लिए आयोजित तीन दिवसीय ऑनलाइन आनंद शिविर के पहले दिन राज्य आनंद संस्थान के सीईओ अखिलेश कुमार अर्गल ने कहा कि आनंद संस्थान की गतिविधियों के विस्तार और नवाचार में छतरपुर जिला पूरे प्रदेश में अग्रणी हैं, संस्थान के सलाहकार सत्य प्रकाश आर्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए  डॉ. एमपीएन खरे ने कहा कि वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज कर हम तीसरी लहर की संभावना को सीमित कर सकते हैं। नेत्र विशेषज्ञ डॉ. कपिल खुराना ने कहा कि बिना डॉक्टर की सलाह के स्ट्राइड का इस्तेमाल समस्याएं पैदा कर सकता है, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में नल के पानी का उपयोग और अन्य गंभीर बीमारियों के कारण भी ब्लैक फंगस की संभावना बढ़ जाती है, डॉ. खुराना ने ब्लैक फंगस के लक्षण और उसके उपचार के संबंध में विचार व्यक्त किए।  
   ऑनलाइन आनंद शिविर में सनसिटी निवासी श्रीमती नीता नायक तथा आदर्श नगर निवासी अधीक्षण यंत्री रामस्वरूप नायक ने खुद के संक्रमित होने के बाद उससे उबरने की दास्ता सुनाई।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

VIDISHA TIMES