श्योपुर | |
इसी प्रकार शिशु स्वास्थ्य सहलाहकार यूनीसेफ श्योपुर डॉ. यादवेन्द्र भदौरिया ने बताया कि प्रतिभागियों को प्रशिक्षण द्वारा बताया जा रहा है कि प्रसव के बाद 42 दिन तक आशा घर पर 7 बार जाकर शिुश के स्वास्थ्य की देखभाल हेतु जांच व उपचार कैसे करना है। साथ ही खतरे के लक्षणों को पहचाने के तरीके, सही समय पर टीकाकरण करना आदि बताया जा रहा है। इस प्रकार शिशु की देखभाल से जिले की शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। जिला मीडिया अधिकारी श्री आरबी शाक्य ने बताया कि यह प्रशिक्षण 9 जून से 11 जून तक चलेगा। यह प्रशिक्षण डीसीएम सहित 5 प्रशिक्षकों द्वारा अलग-अलग ग्रप बनाकर घर पर शिशु व बच्चे की देखभाल करने के तरीके मॉडयूल व वीडियो दिखाकर एवं रोलप्ले कराकर बता रहें है। |
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