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मंगलवार, 1 फ़रवरी 2022

होमगार्ड अपनी जान जोखिम डालकर दूसरों की जान बचाने वाले देवदूत हैं - राज्यपाल श्री पटेल

 हमारे गृह मंत्री ऐसे, जिन्होंने बाढ़ प्रभावितों के लिये लगा दी जान की बाजी

कौन कहता है भगवान नजर नहीं आता, विपत्ति में सिर्फ वही नजर आता है - गृह मंत्री डॉ. मिश्रा
दूसरों की जान बचाने कुर्बान होने को तैयार रहते हैं होमगार्ड - डीजी होमगार्ड श्री जैन
होमगार्ड मुख्यालय में शिल्प उपवन का लोकार्पण

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि अपने प्राणों को संकट में डालकर दूसरों की जान बचाने वाले होमगार्ड के जवान देवदूतों की तरह लोगों की मदद करते हैं। आपदा में वे वास्तव में धरती पर भगवान का रूप होते हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने सोमवार को होमगार्ड मुख्यालय में शिल्प उपवन का लोकार्पण करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा द्वारा गत वर्ष अपनी जान जोखिम में डालकर बाढ़ पीड़ितों की मदद करने पर मुक्त कंठ से सराहना की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि "कौन कहता है कि भगवान नजर नहीं आता, आपदा में सिर्फ वही नजर आता है।'' होमगार्ड के जवान संकट में फँसे लोगों की ईश्वर की तरह ही मदद करते हैं। महानिदेशक होमगार्ड एवं आपदा प्रबंधन श्री पवन जैन ने कहा कि हमारे जवान दूसरों के प्राणों की रक्षा के लिये अपने प्राण देने के लिये भी तैयार रहते हैं। पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा और पुलिस के अन्य आला अधिकारी उपस्थित थे।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि जब दिल, दिमाग और हाथों का समन्वय होता है, तब शिल्पकार उत्कृष्ट शिल्पों का निर्माण करते हैं। आप एकाग्रता को कायम कर ही अच्छे शिल्पकार बन सकते हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि आपदा में बिना डरे, बगैर पीछे हटे अपना कर्त्तव्य निभाने वाले जवानों का शिल्प उपवन में प्रदर्शन सराहनीय है। उन्होंने पत्थरों को तराशकर जीवंत बनाने वाले शिल्पकारों को बधाई दी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्राकृतिक आपदा, महामारी और शांति सुरक्षा से जुड़े प्रबंधन, राहत एवं बचाव का कार्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। प्रसन्नता की बात है कि होमगार्ड के जवानों द्वारा बखूबी अपना कर्त्तव्य निर्वहन किया जा रहा है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि निरंतर दक्षता प्राप्ति के लिये अभ्यास जरूरी है। समय-समय पर इसके लिये प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन के आयोजन भी किये जाने चाहिये। उन्होंने आपदा प्रबंधन के अनुभवों को भी साझा करने की आवश्यकता बताई।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि हमारे गृह मंत्री ऐसे हैं, जिन्होंने गत वर्ष दतिया और आसपास के क्षेत्रों में आई बाढ़ में प्रभावितों को बचाने के लिये अपनी जान की बाजी लगा दी। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा बाढ़ में फँसे लोगों की मदद के लिये खुद की परवाह किये बगैर हमेशा तत्पर रहे।

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