15 महीने के शासनकाल में हर महीने हुआ एक बड़ा घोटाला
कांग्रेस ने सार्वजनिक की भाजपा सरकार में हुए घोटालों की सूची,शिव राज की उपलब्धि 18 साल में 225 घोटाले
विधायक कुणाल चौधरी बोले- कोरोना की आपदा को भाजपा ने बनाया लूट का अवसर
भोपाल:
// मप्र में सुशासन का दावा करने वाली भाजपा के 18 साल के शासनकाल में 225 बड़े घोटाले सामने आए हैं। करीब 110 करोड़ के ये घोटाले जांच में आने के बाद भी जिम्मेदार मौज कर रहे हैं। मंगलवार को कांग्रेस ने घोटालों की सूची जारी करते हुए आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पूरा कार्यकाल घोटालों से भरा है। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी और कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने पीसीसी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवराज सरकार में हुए घोटालों के बारे में जानकारी दी। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने बताया कि एफएक्यू के नाम पर उपार्जन बंद कर किसानों के साथ ज्यादती की जा रही है। मिट्टी खरीदने वाली सरकार गेहूं नहीं खरीद पा रही है। जिन किसानों को नैनो यूरिया की जरुरत नहीं है, उन्हें भी जबरदस्ती यूरिया के साथ थमाया जा रहा है। निजी कंपनियों से सांठगांठ के कारण किसान को मजबूरी में खरीदना पड़ रहा है। यह मप्र में घोटालों की निरंतरता है। कुणाल चौधरी ने कहा मप्र में 215 महीने की भाजपा सरकार ने 225 घोटाले किए हैं, हर महीने एक घोटाला मप्र की पहचान बना दी गई है। फिर भी शिवराज सरकार जश्न मना कर 3 साल-बेमिसाल कर रही है। कोविड काल की आपदा को जनता की लूट का अवसर बनाया गया। अस्पताल में बिस्तर पाने के लिए भी मरीजों को कई गुना कीमत चुकानी पड़ी और बदले में मिली उन्हें मौत। सैकड़ों फर्जी नर्सिंग होम रातों-रात पैदा हुए, जहां न डॉक्टर थे न इलाज की व्यवस्था, मगर सरकार से अनुबंध जरूर था। बाद में खुद सरकार ने कहा कि इन अस्पतालों में कुछ नहीं था। एक चिकित्सक 20-20 अस्पतालों में दिखाया गया था। भ्रष्टाचार और मिलीभगत का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है? मप्र में कोरोना की दूसरी लहर में 5 महीने में ही सामान्य से 54 प्रतिशत अधिक लगभग 3 लाख लोगों की मृत्यु हुई, क्या यह सामान्य घटना है? जन स्वास्थ्य देने में आपदाओं से लडऩे में सरकार पूरी तरह असफल रही। जब कोरोनाकाल में कफ्र्यू जैसा वातावरण था, चप्पे-चप्पे पर पुलिस थी तब भी बलात्कार का सिलसिला खत्म नहीं हुआ। गोविंदपुरा थाने से चंद कदम दूर शासकीय अस्पताल तक में बच्चियां दुराचार की शिकार हुई, क्या इसी मप्र को बेमिसाल बताया जा रहा है?
भाजपा सरकार में हुए घोटालों की फेहरिस्त
1. हितग्राही धन घोटाला इंदौर 2.नीमच जमीन लीज घोटाला 3. रोजगार कार्यालय ठेका घोटाला 4.शराब दुकान रिजर्व प्राइस घोटाला 5.खाद्य अधिकारी अभियोजन घोटाला 6.पेपर लीक घोटाला 7.घटिया सड़क निर्माण घोटाला 8. बिजली खरीद घोटाला 9.पीएम आवास निर्माण घोटाला 10.अवैध स्कूल संचालन घोटाला 11. जीपीएफ डीडीएफ 15 करोड़ घोटाला 12. कुत्तों का नसबंदी घोटाला 13. पीडब्ल्यूडी का काम नगर निगम का भुगतान घोटाला 14. मेडिकल विश्वविद्यालय परीक्षा घोटाला 15. आयुष भर्ती घोटाला 16. आयुष्मान कार्ड घोटाला 17. नर्सिंग कॉलेज सीट घोटाला 18. नर्सिंग कॉलेज मान्यता घोटाला 19. नर्सिंग होम घोटाला 20. नकली रेमडेसीविर घोटाला 21. नकली प्लाज्मा घोटाला 22. छात्रवृत्ति घोटाला(भिंड,सागर) 23. स्वास्थ विभाग प्रिंटिंग घोटाला 24. संपत्ति का बाजार मूल्य घोटाला 25. स्वास्थ्य विभाग खरीदी घोटाला 26. भाम डैम घोटाला 27. आंगनबाड़ी प्रोत्साहन राशि घोटाला 28. यूरिया घोटाला 29. एनपीएस घोटाला 27000 करोड़ 30. पूरक पोषण घोटाला 110 करोड़ 31. खनिज राजस्व वसूली वसूली घोटाला डेढ़ सौ करोड़ 32. सुल्तानिया अस्पताल खरीदी घोटाला 33. प्राथमिक शिक्षा पात्रता परीक्षा 2020 घोटाला 34. पोषण में शोषण मूंग दाल घोटाला 35. सामाजिक सुरक्षा पेंशन घोटाला 2 करोड़ 36. बच्चों के लिए गणवेश घोटाला 37. टाइपिंग परीक्षा घोटाला 38. प्लेसमेंट कंपनी ठेका घोटाला 39. हमीदिया अस्पताल भोजन घोटाला 40. बिना काम भुगतान घोटाला 41. (सिंचाई विभाग ऑस्ट्रेलियन कंपनी ) 42. धसान नदी पुल घोटाला टीकमगढ़ 43.सरकारी सम्मेलन भुगतान घोटाला 44 . अपेक्स बैंक घोटाला 45. आंगनवाड़ी खिलौना घोटाला 46. असफल प्रोजेक्ट कंसलटेंसी भुगतान घोटाला 47. बिगड़े वन पौधारोपण घोटाला 48. मेडिकल यूनिवर्सिटी घोटाला 49.दिव्यांग हॉस्टल घोटाला 50. संघ को दी गई जमीन घोटाला 51. कन्या विवाह बर्तन घोटाला 52. फर्जी कन्या विवाह घोटाला 53. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी घोटाला सीधी 54. सारणी राखड़ डैम घोटाला 55.…
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