विदिशा - जिले भर के अतिथि शिक्षको, अतिथि विद्वानों ने सीएम से लगाई भावुक गुहार
- नियमितीकरण, वेतन वृद्धि और 65 वर्ष तक कार्य करने की मांग।
- सीएम का टाइगर वाला रूप दिखाने की मांग, ताकि प्रजा सुखी रहे
विदिशा,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों पंचायत बुलाकर सभी वर्गों के प्रति लाभकारी घोषणाएं कर रहे हैं जो वास्तव में स्वागत योग्य है
इसी श्रंखला में अतिथि विद्वानों अतिथि शिक्षकों का आक्रोश भी अब व्यक्त होने लगा है बे भी अपने हक की आवाज बुलंद करने के लिए जहां-जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा सत्तारूढ़ दल के मंत्री तथा विधायक जा रहे हैं वहां पर निवेदन के माध्यम से अपने लिए
न्याय मांग रहे हैं जिले भर के अतिथि शिक्षकों,अतिथि विद्वानों द्वारा वरिष्ठ पत्रकार तथा सामाजिक कार्यकर्ता शैलेन्द्र सक्सेना के नेतृत्व में जिले भर के सैकड़ों अतिथियों ने रैली निकालकर लिखित ज्ञापन जिले के मुखिया के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया जिसमें उन्होंने लंबे समय से शिक्षा विभाग में अतिथियों के रूप में कार्य करने अच्छा परिणाम देने का हवाला देकर अपनी मांगे पूरी करने की मांग की है अतिथि विद्वानों ,शिक्षकों ने बताया कि उन्हें नियमित किया जाए जिस की मांग वे लंबे समय से कर रहे हैं इसके अलावा वेतन वृद्धि की जाए और शासकीय योजनाओं का लाभ भी सभी अतिथि शिक्षकों को दिया जाए यह भी बताया गया कि कई अतिथि शिक्षक लंबे समय से इस कार्य को करते हुए ओवर एज हो गए हैं अब वे किसी और सरकारी नौकरी के लायक नहीं है ऐसे में अतिथि शिक्षकों अतिथि विद्वानों की एकमात्र उम्मीद प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर टिकी है ।उन्हें नियमित होने की पूरी आशा है इस ज्ञापन के जरिए अतिथियों ने ने चेतावनी भी दी कि यदि उनकी सुनवाई नहीं हुई तब राजाओं के महल बदल जाते हैं तो यहां सरकार बदलने में देर नहीं लगेगी। अतिथियों ने बताया कि आक्रोश जब गहरा जाता है तो बड़े-बड़े किले धराशाई हो जाते हैं
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